गेहूं के भाव बढऩे से रोटी हुईै महंगी - प्रमुख उत्पादक क्षेत्र श्रीगंगानगर (सभी तस्वीरें- हलधर)
जयपुर। उत्तर भारत में प्रमुख रूप से खाया जाने वाले गेहूं के भाव लगातार बढ़ते जा रहे है। गेंहू के भाव बढऩे से आटा भी महंगा हो गया है। इससे आमजन के लिए रोटी महंगी हो गई है। दरअसल, केन्द्र सरकार ने गेहूं और आटे की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए आटा मिलर्स को गेहूं बेचने का निर्णय किया था ।केन्द्र सरकार ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को अपने भंडार से 23250 रुपए प्रति टन पर गेहूं बेचने की मंजूरी दी, लेकिन करीब एक माह बाद भी सरकार की ओर से गेहूं की बिक्री शुरू नहीं हो पाई है, अभी तो इसके लिए टेंडर भी नहीं निकले है। इससे गेहूं और परिणामस्वरूप आटे के दामों में बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। अनाज व्यापारियों के अनुसार सरकार ने जल्द ही ओपन मार्केट में गेहूं की बिक्री शुरू नहीं की तो घरेलू बाजार में गेहूं की बढ़ती कीमत को थामना मुश्किल हो जाएगा और महंगाई और ज्यादा बढ़ जाएगी।
जोधपुर में कोटा-बारां से सप्लाई
जोधपुर में गेहूं की अधिकांश सप्लाई कोटा, एमपी बॉर्डर क्षेत्र, बारां, बूंदी आदि से होती है। राजस्थान में गेहूं का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र श्रीगंगानगर है।
गेहूं के भाव रुपए प्रति क्विंटल में
क्वालिटी- 2 माह पहले- वर्तमान- होलसेल भाव
अच्छी या उच्च- 3150-3200 3350-3400
मध्यम 2850-2900 3050-3100
निम्न 2600-2650 2800-2850
आटा भी हुआ महंगा (होलसेल भाव)
26 किलो आटा की थैली पहले 750 रुपए, अब 820 रुपए यानि 31 रुपए प्रति किलो।
10 किलो आटा की थैली पहले 325 रुपए, अब 340 रुपए।
ग्राहक को दस किलो आटा खरीदने पर 15 रुपए व 26 किलो पर 70 रुपए ज्यादा देने पड़ रहे।
सरकार ने जल्द ही गेहूं बेचान प्रक्रिया शुरू नहीं की तो, आने वाले दिनों में भाव और बढ़ जाएंगे।
गेहूं के भाव बढऩे से रोटी हुईै महंगी - प्रमुख उत्पादक क्षेत्र श्रीगंगानगर