हल्दी की खेती
पाठक। 5 बीघा क्षेत्र में हल्दी की खेती की है। फसल तैयार हो चुकी है। इसकी प्रसंस्करण विधि के बारे में जानकारी देवें। रूपाराम, चित्तौडग़ढ़
अनार की फसल में सफेद मक्खी
पाठक। अनार की फसल में सफेद मक्खी की पहचान कैसे करते है? विस्तार से जानकारी देवें। दानाराम चौधरी, बीकानेर
रसचूसक कीट नियंत्रण
पाठक। सब्जी फसल में रसचूसक कीट नियंत्रण के लिए कौनसी दवा सर्वाधिक प्रचलित हैं। प्रचलित दवा की उपयोग दर के बारे में बतावें। मदनलाल कुम्हार, चौमूं, जयपुर
रबी में कौन-कौन सी औषधीय फसल
पाठक। रबी में कौन-कौन सी औषधीय फसल लगाई जा सकती है। सुरेश, जोधपुर
मूंगफली की अगेती फसल
पाठक। मूंगफली की अगेती फसल पककर तैयार हो चुकी हैं। इसकी खुदाई का वैज्ञानिक तरीका क्या हैं। जिससे खुदाई के दौरान होने वाले नुकसान को कम किया जा सके?
ग्वार के पौधें की पत्तियां
पाठक। ग्वार के पौधें की पत्तियां कि नारे से पीली नजर आ रही हैं। साथ ही, मुड़कर सूख रही हैं। इसका क्या कारण हैं। उपचार बतावें।
मूली किस्म पूसा चेतकी की बुवाई
पाठक। मूली किस्म पूसा चेतकी की बुवाई कब कर सकता हॅू। इसकी बुवाई विधि के बारे में भी जानकारी देंवे।
कपास की फसल ली हैं
ग्वार फसल ली हैं। पौधें की पत्तियां कि नारे से पीली नजर आ रही हैं
मूंगफली की अगेती फसल पककर तैयार
मूली बुवाई के बारे में सम्पूर्ण जानकारी
पाठक। मैं हर साल तिल की फसल लेता हू़ं। लेकिन, खेत में फसल के साथ खरपतवार भी काफी उगते है। इनका नियंत्रण कैसे किया जा सकता है ?
इसे सन्तरे का पिंक रोग (गुलाबी बीमारी) कहते है। यह कवक जनित रोग है। यह रोग पेलिकुलेरिया सालमोनिकॉलर नामक कवक द्वारा होता है। इस रोग को टहनी और शाखाओं पर सफेद - गुलाबी कवकीय वृद्धि की उपस्थिति से पहचाना जाता है।
खरीफ में अगेती मक्का की बुवाई करना चाहता हूँ। इसके लिए प्रति हैक्टयर कितना बीज उपयुक्त रहेगा, बुवाई विधि भी बतावें।
आपके द्वारा फसल के बताएं गए लक्षण लीफ कर्ल और मौजेक रोग के लग रहे है। यह विषाणु जनित रोग है।
गुलाब की टूटी हुई पत्तियों का उपयोग आप गुलाब का शर्बत बनाने में कर सकते हैं।
दुग्धकाल के प्रथम चरण में खिलाने से पशु ऊर्जा की आवश्यकता आसानी से पूरी हो जाती है। किटोसिस के लक्षण भी नहीं आते।
कम तापमान (0-2 डिग्री सेन्टीग्रेड) तथा 65 से 70 प्रतिशत आर्द्रता वाले वातावरण में प्याज 8 से 10 महीने तक टिके रहते हैं। इस दौरान वजन में मामूली कमी होती है।
प्याज को एक सप्ताह तक छायादार स्थान पर सुखाए। एक सप्ताह सुखने पर पत्तों को गांठ के 2-2.5 सेमी. ऊपर से काट देवें। प्याज को भण्डारित करना हो तो भण्डारण से पूर्व कटे-फटे-सड़े-गले अथवा जुड़वा कंदों को हटा देवें। प्याज को ठंडे और सूखे स्थान पर भण्डारित करे
पाठक। 2 बीघा क्षेत्र में नीबूं का बगीचा लगाया है। पिछले कुछ दिनों से पौधे में जड़ के यहां छाल गलकर नष्ट हो रही है।
एमएल शर्मा बना ग्लोबल सितारा
त्राहिमाम सरकार, त्राहिमाम सरकार
प्याज अब किसानों के निकालने लगा आंसू
पूजा-अर्चना के बाद गन्ने की पिराई शुरू