पूजा-अर्चना के बाद गन्ने की पिराई शुरू
(सभी तस्वीरें- हलधर)नई वैरायटी की मांग और कपास की फसल में घटती रुचि के कारण किसान गन्ना खेती की ओर आकर्षित हुए हैं। मिल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें पिराई के लिए इस सीजन में 20 लाख क्विंटल गन्ना मिल सकता है। पिछले साल गन्ना पिराई सीजन 21 दिसंबर को शुरू हुई थी और यह 107 दिन तक चली थी। उस दौरान 14,23,000 क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी।
गन्ने की गुणवत्ता और ब्रिक्स में सुधार
किसानों ने इस बार गन्ने की नई वैरायटी जैसे सीओएच-160 और पीवी-95 की ओर भी ध्यान दिया है। यह नई वैरायटी गन्ने की गुणवत्ता और ब्रिक्स में सुधार लाने में मदद कर सकती है। गन्ना उत्पादक किसानों के प्रतिनिधि सतविंद्रपाल सिंह का मानना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार गन्ना उत्पादन प्रति बीघा कम होने का अनुमान है, लेकिन गन्ने के क्षेत्रफल में वृद्धि के चलते कुल उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
पिराई सीजन की शुरुआत
मिल के कार्यवाहक महाप्रबंधक प्रदीप कुमार अरोड़ा ने बताया कि गन्ना पिराई सीजन की शुरुआत हो चुकी है इस वर्ष गन्ने के क्षेत्रफल में वृद्धि के चलते गन्ना उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। करीब 34 लाख क्विंटल गन्ना उत्पादन का अनुमान है । जबकि, इसमें से मिल प्रबंधन को 18 से 20 लाख क्विंटल तक गन्ना पिराई के लिए मिलने की संभावना है।