मूंगफली की अगेती फसल पककर तैयार
(सभी तस्वीरें- हलधर)पाठक। मूंगफली की अगेती फसल पककर तैयार हो चुकी हैं। इसकी खुदाई का वैज्ञानिक तरीका क्या हैं। जिससे खुदाई के दौरान होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
रामस्वरूप यादव, श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर
हलधर टाइम्स। मूंगफली की खुदाई का ढंग और समय दूसरी फसल से अलग होता है। पौधों की वृद्धि रुकने और पत्तियों के पीले होने की अवस्था में कटाई की जाती है। मूंगफली की फसल पूर्ण परिपक्व अवस्था के लक्षण पौधा पीला पडऩा और सूखे जैसा दिखना है। फसल का शुष्क भार 50 प्रतिशत के आसपास हो जाता है। ऐसी फसल की खुदाई करते समय ध्यान देना चाहिए कि पौधों की जड़, कंद, फली को क्षति नहीं हो। इसके लिए जमीन को नम करके खुरपी की सहायता से पौधों को खोदना चाहिए। बीकानेर क्षेत्र में खुदाई के लिए मूंगफली चाली उपकरण को किसान उपयोग में ले रहे हैं। इसकी कीमत सवा लाख रुपए है। पौधों के कंद, जड़ के क्षतिग्रस्त होने पर भण्डारण करने पर सड़ाव, फफूंदी लगने का भय रहता है।