उन्नत कृषि विधियां
(सभी तस्वीरें- हलधर)समय पर कृषि क्रियाएं करने से रोग व कीटों का आक्रमण कम हो जाता है तथा इनसे होने वाली हानि को रोककर उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है। मूली (पूसा रश्मि) की बुवाई करने के इच्छुक कृषक आवश्यक आदानों की अग्रिम व्यवस्था कर लेवें। मूली की बुवाई के लिये 10-12 किलोग्राम बीज प्रति हैक्टयर रखे। बुवाई पूर्व 20 किलो नत्रजन, 48 किलो फास्फोरस तथा 48 किलो पोटाश प्रति हैक्टयर की दर से देवें।