कीट-रोग से बचाएं खीरा

नई दिल्ली 17-Dec-2024 01:54 PM

कीट-रोग से बचाएं खीरा

(सभी तस्वीरें- हलधर)

इससे प्रदेश में खीरे का उत्पादन और उपभोग लगातार बढ़ रहा हैं। संरक्षित खेती में वैसे कीट-रोग का प्रकोप कम होता हैं। लेकिन, कीट-रोग से होने वाले नुकसान से बचने के लिए किसान को सतर्क रहना जरूरी हैं। आलेख में खीरा उत्पादन की सुरक्षित विधि दी गई हैं। 
प्रमुख रोग  
मौजेक-मेलाथियॉन 0.1 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर 10 दिन के अन्तराल पर 2-3 छिड़काव करें।
मृदुरोमिल- लक्षण दिखने पर मैन्कोजेब 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर  छिड़काव करें। 
चुर्णिल आसिता- नियत्रंण हेतु केराथेन 0.03 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर साप्ताहिक छिड़काव करें।
फल विगलन-फल का भंडारण खुले हवादार स्थान पर करें।  
कीट 
रेड पम्पकिन बीटल - मैलाथियान 50 ईसी अथवा कार्बोरिल 50 डब्लूपी. 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करें।
फल मक्खी- नियन्त्रण हेतु मैलाथियॉन 50 ईसी का 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।


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