हाड़ौतीलाइन की मंडियों में लहसुन की बंपर आवक (सभी तस्वीरें- हलधर)
जयपुर। हाड़ौती लाइन की कृषि उपज मंडिय़ों में इन दिनों लहसुन की बंपर आवक हो रही है। हालात यह है कि चारो ओर लहसुन की ढेरिया ही मंड़ी में पसरी नजर आ रही है। लहसुन की आवक बढऩे का कारण किसानों को बेहत्तर भाव मिलना बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बारां कृषि उपज मंड़ी में बीते दिनों एक साथ 25 हजार कट्टों की आवक दर्ज होने से मंड़ी की व्यवस्थाएं फेल हो गई है। स्थिति संभालने के लिए मंडी प्रशासन को लहसुन की ट्रैक्टर ट्रॉलियों के प्रवेश बंद का निर्णय लेना पड़ा। कारोबारियों के मुताबिक इतनी आवक होने के बाद भी भाव अच्छे स्तर पर बने हुए हैं। बॉक्स क्वालिटी लहसुन 22 हजार प्रति क्विंटल तक के भाव से बिक रहा है।वहीं ऊटी क्वालिटी 21,500 ओर देशी बॉक्स क्वालिटी 20 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक के भाव से बिका। वहीं एवरेज माल 10 से 15 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक के भाव से बिक रहा है।
सरसों में 25 क्विंटल की बाध्यता
उधर, समर्थन मूल्य पर भारतीय खाद्य निगम की ओर से खरीदी जा रही गेहूं सीमा 13 क्विंटल प्रति बीघा रखने पर किसानों में रोष है। गौरतलब है कि इस बार गेहूं खरीद की सीमा घटा दी गई। जबकि, पूर्व में 16 क्विंटल प्रति बीघा रही है। वहीं, सरसों में 25 क्विंटल की बाध्यता पर किसान महापंचायत ने रोष व्यक्त किया है।
नींबू 200 के भाव
अप्रेल में गर्मी बढ़ते ही नींबू के भाव भी चढऩे लगे हैं। पिछले एक पखवाड़े में नींबू के दाम 160 से 200 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। जो सेब, अंगूर और नारंगी जैसे मौसमी फलों से भी ज्यादा हैं। हालांकि थोक में 120 से 130 रुपए किला का भाव है। देश में आंध्र प्रदेश तमिलनाडु, कर्नाटका, गुजरात, बिहार, हिमाचल प्रदेश के राज्य में कोटा, बूंदी, चित्तौडग़ढ़ में नींबू की पैदावार होती है।रिटेल में नींबू के दाम करीब 160 से 200 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। जबकि अंगूर 80 से 100 रुपए, अनार 100 से 130, सेब 150, संतरा 80 से 120, तरबूज 30 रुपए, खरबूजा 20 से 40 रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं।