सर्दियों में बकरियों का काल बन जाती है ये दो बीमारियां, ऐसे करें उपाय

नई दिल्ली 13-Nov-2025 03:21 PM

सर्दियों में बकरियों का काल बन जाती है ये दो बीमारियां, ऐसे करें उपाय

(सभी तस्वीरें- हलधर)

इंसानों के साथ ही सर्दी पशुओं के लिए भी ठंड से होने वाली बीमारियों का कारण बन जाती है। हालांकि, मौसम के अनुसार पशुओं की अच्छी देखभाल की जाए तो फिर उन्हें बीमारी होने से बचाया जा सकता है। सर्दियों के मौसम में सजग रहकर पशुओं की खास देखभाल की जानी चाहिए, और वो भी तब जब पशु बकरी हो तो ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। बकरी विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड के मौसम में दो ऐसी बीमारी हैं, जो खासकर बकरियों में देखने का मिलती हैं। इसीलिए बकरियों को इन बीमारियों से बचाने के लिए बाड़े में खास रख-रखाव किया जाना चाहिए। बकरी पालकों को सर्दी के मौसम में नीचे दी जा रही जानकारी को समझते हुए उपाय करना चाहिए।  

बकरियों को सर्दी में पीपीआर और चेचक से बचाएं

सर्दियों में बकरियों को पीपीआर और चेचक नाम की दो ​बीमारियां ज्यादा होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, पीपीआर बकरियों के लिए बहुत ही घातक बीमारी है। इसे 'बकरियों का प्लेग' भी कहा जाता है। यह एक विषाणु जनित बीमारी है, इसलिए दूसरी बकरियों में यह बीमारी बहुत तेजी से फैलती है। इसके साथ ही सर्दी के मौसम में बकरियों के बीच चेचक नाम की बीमारी भी फैलती है। चेचक रोग हो जाने पर बकरियों के शरीर पर चकते बन जाते हैं। इसलिए बकरी पालकों के लिए जरूरी है कि सर्दी शुरू होते ही बकरियों को पीपीआर और चेचक का टीका लगवाना चाहिए। अगर पशुपालक टीका लगवाने में देरी करते हैं तो ये बीमारी उन्हें भारी पड़ सकती है। क्योंकि ये बीमारियां अगर एक बकरी में हो जाए तो दूसरी बकरियों के बीच बड़ी तेजी से फैलती है।

इन बीमारियां से बचाने के लिए ऐसे करें उपचार

बकरी विशेषज्ञों के अनुसार, बकरियों में प्लेग और चेचक जैसी बीमारियों का सबसे बड़ा उपाय तो यही है कि इसके होने पर उसे त्वरित ही दूसरी बकरियों से अलग कर दें। जब ये बीमारियां बकरियों को लग जाती है तो इलाज में काफी पैसा खर्च करना पड़ जाता है। इसलिए बकरी को प्लेग या चेचक से बचाने के लिए समय पर टीके लगवाते रहें। क्योंकि टीके लगवाने का खर्च बहुत ही मामूली आता है और कई जगह सरकारी केंद्रों पर तो यह नि:शुल्क ही लगाए जाते हैं। इसलिए समय पर टीका लगवाकर बाद के भारी-भरकम खर्च से बचें। 

सर्दियों में बकरियों के आवास में करें बदलाव

सर्दी के मौसम में बकरी पालकों को कुछ अन्य जरूरी बातों पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। सर्दी शुरू होते ही सबसे पहले तो बकरियों के आवास में बदलाव किया जाना चाहिए। साथ ही बकरियों के शेड को इस तरह से ढक दें कि उसमे ठंडी हवाएं आसानी अंदर न आ पाएं। इसके अलावा सुबह 10 बजे के बाद और शाम को चार-पांच बजे तक ही बकरियों और उनके बच्चों को खुले में चराएं। फिर वापस शेड वाले बाडे में प्रवेश करा दें। इन सभी उपायों से सर्दी के मौसम में बकरियों को बीमारियों से और खुद को नुकसान होने से बचा सकते हैं।


ट्रेंडिंग ख़बरें