अलसी से स्वास्थ्य सुरक्षा
(सभी तस्वीरें- हलधर)यह शरीर को स्वस्थ रखने में फायदेमंद हैं। अलसी के बीजों से बने काढे का नियमित रूप से सेवन कई बीमारियों के इलाज में फायदेमंद है।
कैसे तैयार करें काढ़ा
दो चम्मच अलसी के बीजों को दो कप पानी में मिला लें। आधा रह जाने तक उबालें। तैयार काढ़ा छान लें और थोड़ा ठंडा होने पर पिएं।
फायदे हैं अनेक
ब्लड शुगर : डायबिटीज और ब्लड शुगर की समस्या से पीडि़त लोगों के लिए अलसी का काढ़ा वरदान साबित होता है। नियमित रूप से सुबह खाली पेट असली के काढ़े के सेवन से डायबिटीज का स्तर नियंत्रित रहता है।
थाइरॉइड : सुबह खाली पेट अलसी का एक कप काढ़ा हाइपोथाइरॉइड और हाइपरथाइरॉइड दोनों स्थितियों में फायदेमंद है।
हार्ट ब्लॉकेज : नियमित रूप से तीन महीने तक अलसी का काढ़ा पीने से आर्टरीज में ब्लॉकेज दूर होता है और आपको एंजियोप्लास्टी कराने की जरूरत नहीं पड़ती। अलसी में मौजूद ओमेगा-3 शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल एलडीएल के स्तर को कम करता है और हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर शरीर को डीटॉक्सीफाई करता है।
जोड़ों का दर्द : साइटिका, नस का दबना, घुटनों जैसे जोड़ों के दर्द में अलसी के काढ़े का नियमित सेवन फायदेमंद है।
मोटापा : काढ़ा शरीर में जमा हुई अतिरिक्त वसा को निकालने में मदद करता है, जिससे मोटे होने का खतरा नहीं रहता। अलसी में मौजूद फाइबर भूख को कम करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
पेट समस्या : नियमित रूप से अलसी का काढ़ा पीने से कब्ज, पेट दर्द, पेट अफरा जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
बाल और त्वचा : आधा चम्मच अलसी के बीज रोज सुबह गर्म पानी के साथ लेने से बालों के झडऩे की समस्या भी हल होती है। तीन-चार महीने तक नियमित रूप से काढ़ा पीने से बाल सफेद होना रुक जाता है। अलसी के तेल की मालिश करने से बाल मजबूत और चमकदार होते हैं। इससे त्वचा के रूखेपन, कील-मुंहासे, एग्जिमा, एलर्जी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।