रजनीगंधा से महकाएं आमदनी

नई दिल्ली 12-Apr-2024 04:30 PM

रजनीगंधा से महकाएं आमदनी (सभी तस्वीरें- हलधर)

रजनीगंधा एक सुगंधित सफेद रंग का पुष्प है। इसके फूलों की डंडियां 30-75 सेमी लम्बी होने के कारण इसका उपयोग मुख्य रूप से कट फ्लावर्स, बुके बनाने और शोभाकारी उद्यानों के लिए किया जाता है। किसान इसका उत्पादन करके आमदनी को महका सकते है। गौरतलब है कि इस पुष्प में भीनी खुशबू के चलते सुगंधित तेल भी निकाला जाता है। जो, सौंन्दर्य प्रसाधन उत्पादन में काम लिया जाता है।

जलवायु और भूमि:- गर्म और नम जलवायु। हल्की दोमट मिट्टी । 

उन्नत किस्म
सिंगल- कलकत्ता सिंगल, रजत रेखा, कल्याण सिंगल, हैदराबाद सिंगल, प्राज्ज्वल, श्रृंगार।
डबल- कलकत्ता डबल, हैदराबाद डबल, कल्याण डबल, वैभव, फुले रजनी।
कंद की रोपाई- अप्रैल-मई। 2-3 सेंमी व्यास वाले कन्द रोपाई हेतु उपयुक्त।
कतार की दूरी- 25 सेमी
पौधे की दूरी- 10-15 सेमी। 
गहराई- 4-5 सेमी। 
खाद और उर्वरक- गोबर खाद 200 से 250 क्विंटल, 200-200 किलो फास्फोरस और पोटाश प्रति हैक्टयर । नत्रजन की 150 किलो मात्रा रोपाई के एक माह बाद और 150 किलो नत्रजन दो माह बाद प्रति हैक्टयर । 
सिंचाई- 5-7 दिन के अन्तराल पर । 
फूलों की कटाई- 90 से 95 दिन बाद।


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