स्वस्थ और व्यावहारिक रास्ता जैव विविधता (सभी तस्वीरें- हलधर)
2020 सम्पूर्ण विश्व के लिए एक चुनौतिपूर्ण वर्ष था। कोरोना वायरस के प्रकोप ने सम्पूर्ण मानव जाति के अस्तित्व को एक गंभीर चुनौती दी। वर्ष 2021 कोरोना वायरस की दूसरी लहर के साथ और भी गंभीर रूप में विश्व पटल पर छाया हुआ है। वर्ष 2020 प्रतिबिम्ब, अवसर और समाधान का वर्ष माना गया। हम सभी ने महामारी से उबरने के साथ-साथ अपनी जीवनशैली में बदलाव की जरूरत महसूस की। स्वस्थ और जीवन्त पारिस्थितिकी तंत्र को बनाने हेतु 2020 के जैव विविधता दिवस पर नारा दिया गया- हमारा समाधान प्रकृ ति में है। 2021 में अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस हेतु नारा दिया गया है -हम समाधान का हिस्सा है। यह स्लोगन गत वर्ष उत्पन्न गति को बरकरार रखने के लिए चुना गया है। गौरतलब है कि जैव विविधता सम्मेलन 29 दिसम्बर, 1993 से अस्तित्व में आया ।
विकास चुनौतियों का जवाब
निश्चित रूप में जैव विविधता कई सतत् विकास चुनौतियों का जवाब है। प्रकृति आधारित समाधानों से लेकर जलवायु, स्वास्थ्य के मुद्दो, खाद्य और जल सुरक्षा और स्थायी आजीविका तक जैव विविधता वह आधार है। जिस पर हम बेहतर तरीके से निर्माण कर सकते है। 2020 में दुनिया पहले से कही अधिक मजबूत इच्छा शक्ति के साथ मानव और सभी जीवन के लाभ हेतु जैव विविधता को संरक्षित करने, प्रकृति के साथ अपने आप को जोड़कर और बेहतर भविष्य के निर्माण हेतु अग्रसर हुई थी। 2021 में इसी दृष्टा को आगे बढाना है, क्योंकि हम समाधान का हिस्सा है। उल्लेखनीय है कि जैवविविधता दिवस शब्द की खोज 1985 में की गई थी और पूर्व में 29 दिसम्बर को मनाया जाता था। परन्तु 2001 से यह प्रति वर्ष 22 मई को मनाया जाता है। विश्वभर में 10 करोड से अधिक प्रजातियां पाई जाती है जिनमें से प्रतिवर्ष लगभग 10 हजार प्रजातियंा लुप्त हो रही है। हमारे प्राकृतिक संसाधनों पर ही दबाव बढा है। बाघ की 90 प्रतिशत आबादी समाप्त प्राय हो चुकी है। भारत ने जैवविविधता संधि पर 1994 में हस्ताक्षर किए थे। पर्यावरण और वन मंत्रालय के अधीन जैवविविधता आथोरिटी का गठन किया गया है। जिसका मुख्यालय चन्नई में है। इसी प्रकार राज्य जैवविविधता बोर्ड का गठन 26 राज्यों में सेक्सन 22 के तहत किया गया है। हर वर्ष विभिन्न विषयों पर आधारित थीम का चयन कर जैवविविधता के संरक्षण हेतु विश्वस्तर पर प्रयास किए जा रहे है। हर वर्ष जैव विविधता दिवस एक विषय विशेष पर क्रेन्द्रित होता है -
2002 - वन जैव विविधता के लिए समर्पित। 2003 - जैव विविधता और गरीबी उन्मूलन - सतत विकास के लिए चुनौतियाँ। 2004 - जैव विविधता: सभी के लिए भोजन, पानी और स्वास्थ्य। 2005 - जैव विविधता: हमारी बदलती दुनिया के लिए जीवन बीमा। 2006 - ड्रायलैंड्स में जैव विविधता की रक्षा। 2007 - जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन। 2008 - जैव विविधता और कृषि। 2009 - आक्रामक विदशी प्रजातियां। 2010 - जैव विविधता, विकास और गरीबी उन्मूलन। 2011 - वन जैव विविधता। 2012 - समुद्री जैव विविधता। 2013 - जल और जैव विविधता। 2014 - द्वीप जैव विविधता। 2015 - सतत विकास के लिए जैव विविधता। 2016 - मुख्यधारा की जैव विविधता: लोगों और उनकी आजीविका को बनाए रखना। 2017 - जैव विविधता और सतत पर्यटन। 2018 - जैव विविधता के लिए 25 वर्षों की क्रिया का जश्न। 2019 - हमारी जैव विविधता, हमारा भोजन, हमारा स्वास्थ्य। 2020 - हमारे समाधान पकृति में हैं। 2021-हम समाधान का हिस्सा है।
चिन्ह
अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस, जैव विविधता सम्मेलन पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए एक श्रृंखलाबद्ध गतिविधियों के रूप में मनाया जाता है। इसका प्रतीक चिह्न Óएक टहनी और तीन हरी पत्तियों के साथ एक शाखाÓ के रूप में है। पृष्ठभूमि के आधार पर पत्तियों की रूपरेखा का रंग हरा अथवा हरा ब्लॉक के रूप में हो सकता है। हर वर्ष कलाकृति का एक भाग उस वर्ष के विषय को प्रतिबिंबित करने के लिए अधिकृत है ।