किसानों को बड़ा फायदा, मूंगफली से मिलेगा अब जैतून तेल
(सभी तस्वीरें- हलधर)चित्तौडग़ढ़ से हुई फसल की शुरूआत
जयपुर। जैतून ऑयल का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए खुशखबर है। उपभोक्ताओं को अब जैतून ऑयल के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं रहेगी। क्योंकि, वैज्ञानिकों ने जैतून ऑयल के गुण मूंगफली में भर दिए है। इससे साधारण उपभोक्ता भी सस्ते दाम पर अपनी आवश्यकता की पूर्ति कर पायेगा। वहीं, उत्पादक किसानों को भी बिक्री के दौरान ज्यादा फायदा मिलेगा। गौरतलब है कि इस मूंगफली किस्म जीसी-40(आईसीजीवी-16668) का चित्तौडग़ढ़ जिले के सोणियाना गांव के किसान विनोद कुमार जाट ने सफल उत्पादन लिया है। उनका कहना है कि एक एकड़ में 10 क्विंटल तक उपज मिली है। साथ ही, बाजार में 80 रूपए प्रति किलो तक बिक रही है। बता दें कि इस मूंगफली किस्म का विकास जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा किया गया है।
उच्च ओलिक एसिड
जीजी-40 में ओलिक एसिड की मात्रा अधिक (80.7 प्रतिशत) और लिनोलिक एसिड की मात्रा कम (3.6 प्रतिशत) होती है, जो जैतून के तेल के समान है। उच्च ओलिक एसिड सामग्री के कारण बेहतर गुणवत्ता वाला मूंगफली तेल प्राप्त होता है, जिसकी शेल्फ लाइफ लंबी होती है (छह महीने तक) और इसे कन्फेक्शनरी उत्पादों और मूंगफली के मक्खन के लिए पसंद किया जाता है।

अब गडमल की तैयारी
बता दें कि प्रयोगधर्मी किसान विनोद कुमार जाट ने अब छत्तीसगढ़ में पैदा होने वाली गडमल को राजस्थान की आबोहवा में तैयार करने की कोशिश में जुटे है। उनका कहना है कि फसल 20 दिन की हो चुकी है। गौरतलब है कि गड़मल की दाल उड़द के समान ही नजर आती है। लेकिन, इसका जीन अलग है।