बेर की फसल को छाछ्या रोग से कैसे करें सुरक्षित
(सभी तस्वीरें- हलधर)जयपुर। मौसम में बदलाव के साथ ही सर्दी का राजा कही जाने वाली फसल बेर में रोग प्रकोप की संभावना भी तेज हो गई है। कृषि अधिकारियों ने बेर की फसल को छाछ्या रोग से बचाने की सलाह किसानों के लिए जारी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि बेर उत्पादक किसानों को बेहत्तर पैदावार लेने के लिए समय-समय पर रोग प्रबंधन पर भी ध्यान देने की जरूरत है। अन्यथा, उत्पादन में गिरावट की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

ऐसे करें नियंत्रण
इस रोग से बचाव के लिए पौधों पर माइक्लो ब्यूटानिल 10 प्रतिशत डब्ल्यूपी कवकनाशी का आधा ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर 15 दिन के अंतराल पर दो छिडकाव करें। छिड़काव करते समय किसान पूरे कपडे, चश्मा, मास्क और दस्तानों का उपयोग अवश्य करें।